जैन अंक ज्ञान

१. आत्मा
२. जीव=१. संसारी जीव २. मुक्त जीव
३. रत्नत्रय=१. सम्यग्दर्शन २.समयग्ज्ञान ३.समय्कचारित्र
४. गति=१. नरक २. तिर्यंच ३. मनुष्य ४. देव
५. पाप=१. हिंसा २. झूठ ३. चोरी ४. कुशील ५. परिग्रह
६. द्रव्य=१. जीव २. पुदगल ३. धर्म ४. अधर्म ५. आकाश ६. काल
७. तत्व=१. जीव २ अजीव ३ आस्त्रव ४ बंध ५ संवर ६ निर्जरी ७ मोक्ष
८. कर्म=१. ज्ञानावरण २ दर्शनावरण ३ वेदनीय ४ मोहनीय  ५ आयु 
    ६ नाम ७ गोत्र ८ अंतराय
९. पदार्थ=१. जीव २ अजीव ३ आस्त्रव ४ बंध ५ संवर ६ निर्जरा ७ मोक्ष
    ८ पाप ९ पुण्य
१०. धर्म=१. उत्तम क्षमा २ मार्दव ३ आर्जव ४ सत्य ५ शोच ६संयम
      ७ तप ८ त्याग ९.अकिंचन १० ब्रम्हचर्य
११. प्रतिमा=१. दर्शन २ व्रत ३ सामायिक ४ प्रोषधोपवास ५ सचित्तत्याग
      ६ रात्रिभोजन त्याग ७ ब्रम्हचर्य ८ आरंभत्याग ९.परिग्रह त्याग
      १० अनुमतित्याग ११ उद्दिष्टत्याग
१२. भावना=१. अनित्य २ अशरण ३  संसार ४ एकत्व ५ अन्यत्व
      ६ अशुचि ७ आस्त्रव ८ संवर ९ निर्जरा १० लोक ११ बोधिदुर्लभ १२ धर्म
१३. चारित्र=१ -५ पाँच महाव्रत = १अहिंसा , २ सत्य ३ अचौर्य ४ ब्रम्हचर्य ५ अपरिग्रह

      ६-१० पाँच समिती = १ ईर्या २ भाषा ३ एषणा ४ आदान निक्षेपण ५ प्रतिष्ठापना 
      ११-१३ गुप्ति = १ मन २ वचन ३ काय
१४. गुणस्थान=१ मिथ्यात्व २ सासादन ३ मिश्र ४ अविरत सम्यक्त्व ५ देशव्रत

      ६ प्रमत्तविरत ७ अप्रमत्तविरत ८ अपूर्वकरण ९ अनिवृत्तिकरण १० सूक्ष्मसाम्पराय
      ११ उपशांत मोह १२ क्षीणमोह १३ सयोग केवली १४ अयोगकेवली
१५. प्रमाद=१-४ विकथा, ५-८ कषाय, ९-१३  पंचेन्द्रिय १४ निद्रा १५ प्रणय