घडी
समय मत गँवाओ !
समुद्र
विशाल दिल रखो !
चींटी
निरंतर कर्म करते रहो !
वृक्ष
परोपकारी बनो !
धरती
सहनशील बनो !
सूर्य
निरंतरता बनाये रखो !
गुलाब
दुःख में भी खुश रखो !
दीपक
दूसरो को रोशन करो !
कुत्ता
वफादार बनो !
कोयल
मीठा बोलो !
कौआ
चतुर बनो !
और
जैन धर्म
अहिंसक बनो !
समय मत गँवाओ !
समुद्र
विशाल दिल रखो !
चींटी
निरंतर कर्म करते रहो !
वृक्ष
परोपकारी बनो !
धरती
सहनशील बनो !
सूर्य
निरंतरता बनाये रखो !
गुलाब
दुःख में भी खुश रखो !
दीपक
दूसरो को रोशन करो !
कुत्ता
वफादार बनो !
कोयल
मीठा बोलो !
कौआ
चतुर बनो !
और
जैन धर्म
अहिंसक बनो !