निम्न बातों को अपने जीवन में उतारने की कोशिश करे।
अपनी भूल-चूक स्वीकारें।
दूसरों के सामने अपना दुखड़ा न रोते रहें।
नम्रता एवं कृतज्ञता से व्यवहार करें।
प्रशंसा औ मान-सम्मान की अपेक्षा न करें।
अपनी तुलना श्रेष्ठ लोगों से करें।
अपनी श्रेष्ठता जताने के लिए अनुभूति न बताएं।
‘मैं’ और ‘मेरा’ कहने से बचें।
परिजनों के साथ स्वेच्छा से नहीं, परेच्छा से व्यवहार करें।
दूसरों को सिखाने की जगह दूसरों से सीखने का प्रयास करें।
अपनी भूल-चूक स्वीकारें।
दूसरों के सामने अपना दुखड़ा न रोते रहें।
नम्रता एवं कृतज्ञता से व्यवहार करें।
प्रशंसा औ मान-सम्मान की अपेक्षा न करें।
अपनी तुलना श्रेष्ठ लोगों से करें।
अपनी श्रेष्ठता जताने के लिए अनुभूति न बताएं।
‘मैं’ और ‘मेरा’ कहने से बचें।
परिजनों के साथ स्वेच्छा से नहीं, परेच्छा से व्यवहार करें।
दूसरों को सिखाने की जगह दूसरों से सीखने का प्रयास करें।