(जिला विदिशा, अशोकनगर से लगभग 70 किमी दूर)
इस शुभ अवसर पर हथकरघा प्रकल्प की ओर से एक नई शुरुआत — ग्राम सिरोंज निवासी जशरत कुशवाहा को महाराज श्री के साक्षात आशीर्वाद से हथकरघा अनुबंध पत्र प्रदान किया गया।
हथकरघा प्रकल्प के ब्रह्मचारी भैया जी ने महाराज श्री को यह जानकारी दी कि जशरत कुशवाहा ने मांस, मदिरा, अंडा, मुर्गा, मछली जैसे सभी तमसिक पदार्थों का पूर्ण रूप से त्याग किया है।
उनके द्वारा सीखने के बाद स्वयं के प्रयास से 5 साड़ियाँ भी तैयार की गई हैं। त्याग, श्रम और निष्ठा को देखते हुए आज उन्हें हथकरघा सौंपा गया।
📍 सिरोंज के पास ग्राम इकलोद में पहले से एक हथकरघा पूर्व से ही संचालित है।
अब सिरोंज में भी यह पावन कार्य सश्रद्धा आगे बढ़ाया जा रहा है।
उनके द्वारा सीखने के बाद स्वयं के प्रयास से 5 साड़ियाँ भी तैयार की गई हैं। त्याग, श्रम और निष्ठा को देखते हुए आज उन्हें हथकरघा सौंपा गया।
📍 सिरोंज के पास ग्राम इकलोद में पहले से एक हथकरघा पूर्व से ही संचालित है।
अब सिरोंज में भी यह पावन कार्य सश्रद्धा आगे बढ़ाया जा रहा है।