आम बोएगा वह आम खाएगा,
बबूल बोएगा वह कांटे पाएगा।
बबूल बोकर आम प्राप्त करना,
जिस प्रकार प्रकृति का सत्य नही,
उसी प्रकार बुरार्इ के बीज बोकर,
भलार्इ पा लेने की कल्पना भी नही की जा सकती !
ये कड़वी सच्चाई है !! - मुनि श्री
बबूल बोकर आम प्राप्त करना,
जिस प्रकार प्रकृति का सत्य नही,
उसी प्रकार बुरार्इ के बीज बोकर,
भलार्इ पा लेने की कल्पना भी नही की जा सकती !
ये कड़वी सच्चाई है !! - मुनि श्री