जीवन ही व्यर्थ हैं

गुण न हो तो रूप व्यर्थ हैं,
होश न हो तो जोश व्यर्थ हैं !
भूख न हो तो भोजन व्यर्थ हैं,
साहस न हो तो शस्त्र व्यर्थ हैं !
विन्रमता न हो तो विद्या व्यर्थ है,
साद उपयोग न हो तो धन व्यर्थ है !
और
परोपकार न करने वालों का तो जीवन ही व्यर्थ हैं !