आज का आदमी
आश्रय देने पर सिर चढ़ जाता है,
आश्रय देने पर सिर चढ़ जाता है,
उपदेश देने पर मुडक़र बैठता हैं,
उपकार करने पर अस्वीकार करता हैं,
क्षमा करने पर दुर्बल समझता हैं,
आदर करने पर खुशामद समझता हैं,
विश्वास करने पर हानि पहुँचता हैं,
प्यार करने पर आघात करता हैं,
क्या यह चरित्र उचित हैं।