विद्यासागरजी कह रहे, तिलवारा के तीर।
पशुओं की रक्षा करो, महावीर के वीर॥
लख करो पूजा चाहे तीर्थ करो हजार।
जीवों पर करुणा नहीं तो सब कुछ है बेकार॥
पशुओं की रक्षा करो, महावीर के वीर॥
लख करो पूजा चाहे तीर्थ करो हजार।
जीवों पर करुणा नहीं तो सब कुछ है बेकार॥