अब जैन बनो

ना श्वेतांबर बनो, ना दिगंम्बर बनो,
छिङ गया धर्म युद्ध अब जैन बनो,
अब एक बनो बस, अब जैन बनो,
ना तलवार से, ना हथियार से,
भगवान महावीर की संतान हैं,
अहिंसा के हत्यार से लड़ो,
अब एक बनो, बस अब जैन बनो,
जैन धर्म पर विप्दा की घड़ी आई है,
संतो की गरीमा पर बन आई है,
धर्म नही मांग रहा जान का बलीदान,
धर्म मांग रहा बस समय का बलीदान,
भगवान महावीर की आन बनो,
जैन संतो का सम्मान बनो,
वीर बनो तुम धीर बनो,
अब एक बनो सब अब जैन बनो ।