श्री विधासागर नाम

गुरु के दरबार में दुनिया बदल जाती है रहमत से हाँथ की लकीर बन जाती है लेता जो भी दिल से श्री विद्यासागर नाम एक क्षण में उसकी तकदीर बदल जाती है
हे गुरुवर विद्यासागर ऐसी निराली चर्या के धनी चरणों में जिसने नमन किया उसकी बिगड़ी हर बात बनी। 
नमोस्तु भगवन नमोस्तु