कोटा में तैयार हुई आचार्य श्री की पेंटिंग

कोटा।आचार्य भगवंत श्री विद्यासागर जी महामुनिराज के 50 वें मुनिदीक्षा दिवस आषाढ़ शुक्ल पंचमी (28 जून 2017) के शुभावसर पर देश विदेशों में संयम स्वर्ण महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है इसी श्रंखला में कोटा शहर में आचार्य श्री का एक हस्तनिर्मित चित्र तैयार किया गया है जिसके निर्माण में चित्रकार को लगभग 25 दिन से भी अधिक समय लगा उक्त पेंटिंग डोंगरगढ़ के अलावा विभिन्न नगरों में विराजमान उपसंघो के समक्ष जाएगी। साथ ही देश के महानगरों में आयोजित आर्ट गैलरी में प्रदर्शित होगी।
                      पेंटिंग में जहाँ आचार्यश्री तप साधना में लीन दिख रहे है वही.उनके पीछे संयम कीर्ति स्तम्भ भी स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
                             पेंटिंग की विदाई के मौके पर चित्रकार की आंखों से छलके आँसु आचार्य श्री के चित्र को तैयार कर रहे सुरेंद्र वर्मा ने दिनरात लगन और श्रम से जब इसको तैयार किया तो लेने पहुंचे गुरुभक्तों को ये तस्वीर सौंपते समय चित्रकार की आंखे छलक गई।
मेरा अनुभव
पेंटिंग को तैयार होने के बाद मैं मनोज जैन आदिनाथ जब चित्रकार के पास पहुंचा और चित्रकार सुरेंद्र वर्मा ने मुझे चित्र सौंपा तो उनकी माता पिता एवं परिवारजनों ने चित्र के दर्शन कर अपने आप को सौभाग्यशाली माना और कहा कि इस चित्र को बनाते समय सदैव एक शुभ स्पंदन बना रहता था और जब मैं गुरुजी की तश्वीर बनाने में इतना आनंदित हूँ तो साक्षात दर्शन पाकर कितना आनंदित होऊंगा कह पाने के लिए भी शब्द कम पड़ते दिख रहें है।
सूचनाप्रदाता: मनोज जैन 'आदिनाथ' कोटा।