मनुष्य का अपना क्या है

मनुष्य का अपना क्या है - जन्म दूसरे ने दिया, नाम दूसरे ने दिया, शिक्षा दूसरे ने दी, रिश्ता भी दूसरे से जुड़ा, काम करना भी दूसरे ने सिखाया, अंत में शमशान भी दूसरे के कंधे पर जायेगे ! तुम्हारा इस संसार में क्या हैं, जो तुम इतना घमंड करते हो !