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भूगर्भ से निकली प्रतिमा जी |
जगत पूज्य मुनि पुंगव श्री सुधा सागर जी महाराज ने भूगर्भ से यक्ष- रक्षित जिनबिम्ब जनताके दर्शनार्थ निकाले। इसमे ऐतिहासिक लोगो की उपस्थिति रही। जो 5 दिनों में लोग आने की अपेक्षा थी वो पहले ही दिन आ गए है। लोगो ने अपनी चंचला लक्ष्मी का प्रयोग किया है जो एक नया कीर्तिमान बना है । सब दांतो तले उंगली दबा रहे है ऐसा अभूतपूर्व आयोजन के लिए । क्योंकि जगतपूज्य स्वयं कीर्तिमान बनाते है और वो ही इसको तोड़ते है । जिन धर्म की इतनी महती प्रभावना शायद ही वर्तमान इतिहास में किसी ने की है । भूगर्भ से जो मूलनायक आदिनाथ भगवान की प्रतिमा है उसका केश विन्यास आदि अकल्पनीय व आलौकिक है । ऐसी प्रतिमा कही अन्य देखने मे नही आई हैं । उनकी मुख मुद्रा लंबी जटाए आदि को देखकर उसकी प्राचीनता अकल्पनीय हो गई है। बाकी जिनबिम्बो में खड़गासन में दिगम्बरत्व का होना महान मंगलदाई है । ये दिगम्बर जैन धर्म की महान प्रभावना कर रही है और दिगम्बर जैन धर्म सबसे प्राचीन हैं ये सबको बता रही है। ऐसी अलौकिक प्रतिमाओं के दर्शन पूजन अभिषेक करवाने के लिए सम्पूर्ण समाज देश आपका ऋणी रहेगा । सभी जिनबिम्बो को कोटिश नमोस्तु करते हुए भावना भातेे है की भगवन आपका दर्शन पूजन अभिषेक सम्पूर्ण विश्व के लिए मंगलप्रद हो । जगतपूज्य मुनि पुंगव श्री सुधासागर जी महाराज जी के चरणों मे कोटिश नमोस्तु ।
साभार: जय जिनेन्द्र परिवार