आचार्य श्री जी का हुआ मंगल विहार

अनियत विहारी आराध्य परमेष्टि गुरुदेव श्री मद आचार्य देव श्री १०८ विद्यासागर जी महामुनिराज जी का ससंघ चंद्रगिरि तीर्थ डोंगरगढ़ छत्तीसगढ़ से ।