संयम स्वर्ण महोत्सव

आचार्य भगवन ऐसे संत है जिनका जीवन एक सम्पूर्ण दर्शन है जिनके आचरण में जीवों के लिए करुणा पलती है जिनके विचारों में प्राणी मात्र का कल्याण आकर लेता है जिनकी देशना में जगत अपने सदविकास का मार्ग प्रशस्त करता है आप निरीह निस्पृह वीतरागी है फिर भी आपके विचार भारतीयता के प्रति अगाध निष्ठा राष्ट्रभक्ति और कर्तव्यपरायणता से ओतप्रोत है आपका चिंतन प्राचीन भारतीय हितचिंतको दार्शनिको एवं संतो का अनुकरण करते हुए भी मौलिक है आचार्य महाराज तो ज्ञानवारिधी है और उनके विचारों को संकलित करना छोटी सी अंजुली में सागर को भरने का असंभव प्रयास करना है।




।। नमोस्तु भगवन नमोस्तु ।।
आईसपोर्टजैनिज़्म परिवार की ओर से आप सभी को संयम स्वर्ण महोत्सव की ढेरों शुभकामनाएं।